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बंदे में है दम

प्यार में मिला धोखा, मेहनत से बदली तकदीर

वो एक मां हैं, वो एक पुलिसकर्मी हैं, वो एक कलाकार हैं और सबसे बढ़कर वो एक योद्धा हैं, एक बुलंद हौसले वाली महिला। वो महिला जिसने जीवन में मिले सबसे बड़े धोखे के बाद ना केवल ख़ुद की ज़िंदगी बदली बल्कि दूसरों को भी नई राह दिखाई। इंडिया स्टोरी प्रोजेक्ट में आज की कहानी है केरल की एनी सिवा की।

अपने दम पर आगे बढ़ी एनी
एनी केरल पुलिस में सब इंस्पेक्टर हैं। वो एर्नाकुलम में अपने बेटे के साथ रहती हैं। आज सिर्फ़ केरल में ही नहीं पूरे देश में एनी की मिसाल दी जा रही है। उन्हें नारी शक्ति का चेहरा बताया जा रहा है लेकिन एनी को इस मक़ाम तक पहुंचने के लिए बहुत संघर्ष करना पड़ा। इस संघर्ष की शुरुआत उनके बेहद कम उम्र में ही हो गई थी। एनी कांजीरामकुलम में रहती थीं। घरवाले चाहते थे कि एनी अच्छी पढ़ाई कर सिविल सर्विस की परीक्षा पास करे लेकिन कॉलेज की शुरुआत में ही उन्हें एक लड़के से प्यार हो गया। वो प्यार में ऐसी डूबी की उनकी पढ़ाई पटरी से उतर गई। उन्होंने शादी का फ़ैसला कर लिया। लेकिन घरवालों को ये रिश्ता मंज़ूर नहीं था। एनी ने घरवालों की मर्ज़ी के ख़िलाफ़ जाकर शादी कर ली। इस शादी के बाद से ही उनके जीवन की धारा पलट गई। जिस पति के लिए उन्होंने अपना घरबार छोड़ दिया, माता-पिता को छोड़ दिया उस पति ने एनी को तब छोड़ दिया जब उनकी गोद में उनका 6-7 महीने का बेटा था। मुश्किलें यहीं ख़त्म नहीं हुई थी। एनी अब अपने दुधमुंहे बच्चे के साथ आसरा खोज रही थी। मां-बाप ने भी एनी को घर लौटने से मना कर दिया। अब उनके सामने नया संघर्ष था कि वो अपने छोटे से बच्चे को लेकर कहां जाए, उसे क्या खिलाए। कई रात एनी ने अपने बच्चे के साथ सड़क पर गुजारी। बहुत कोशिश के बाद एनी और उनके बच्चे को एनी की दादी ने आसरा दिया।

एनी ने की नई शुरुआत
अब एनी ने नई शुरुआत करने की ठान ली। सबसे पहले उन्होंने अपनी ग्रेजुएशन पूरी की। अब वो नौकरी की तलाश में जुट गई। उन्हें अपने बेटे को भी पालना था। इसके लिए एनी ने नींबू पानी बेचना शुरू कर दिया। घर-घर जाकर करी पाउडर और साबुन बेचा। इससे होने वाली कमाई से वो अपनी पढ़ाई और बच्चे की ज़रूरतें पूरी की। इसी बीच उन्हें एक परिचित ने केरल पुलिस में होने जा रही भर्ती के बारे में बताया। एनी ने इसे अपना लक्ष्य बना लिया। जी-जान से तैयारी करनी शुरू कर दी। 2014 से वो इस परीक्षा के लिए तैयारी कर रही थीं। इसी बीच साल 2016 में उन्होंने सिविल पुलिस अधिकारी की नौकरी भी मिल गई। 3 साल बाद उन्होंने सब इंस्पेक्टर की परीक्षा पास कर ली। ख़ास बात ये रही कि उन्हें उस वर्कला के पुलिस स्टेशन में तैनात किया गया जहां उन्होंने अपने बच्चे के साथ संघर्ष के दिन गुजारे थे।

कलाकार भी हैं एनी
एनी एक आर्टिस्ट भी हैं। उनके सोशल मीडिया के पेज पर उनके बनाए चित्र, पेंटिंग देखे जा सकते हैं। वो अपने बेटे के साथ मिलकर एक से बढ़ कर एक पेंटिंग बनाती हैं। मां-बेटे की ये जोड़ी कलाकारी करती हुई बहुत सुंदर और सुखद अहसास कराती है।

बेटे का भविष्य बनाने में जुटी एनी
एनी हर मां की तरह अपने बेटे को बेहतर भविष्य देना चाहती हैं। वो उसे एक अच्छा इंसान बनाना चाहती हैं। वो अपने बेटे को अच्छी शिक्षा दे रही हैं। इसके साथ ही आर्ट्स और स्पोर्ट्स में भी उसे ख़ूब बढ़ावा देती हैं। एनी अपने बेटे के साथ एक दोस्त की तरह रहती हैं। एनी के सामने सिंगल मदर होने की चुनौती भी है लेकिन बुलंद हौसलों वाली एनी हर चुनौती का डटकर मुक़ाबला कर रही हैं। केरल पुलिस ने भी कई बार अपनी इस मजबूत इरादों वाली सब इंस्पेक्टर एनी को सराहा है।